हॉट इंडियन हाउसवाइफ चमेली ने उत्तेजित होकर किया हस्तमैथुन
जिस्म की आग एक ऐसी आग है, जिसे चाहो या ना चाहो 1 दिन सुलगती जरूर है. और फिर एक बार जो यह आग लग जाती है तो लाख कोशिशों के बाद भी बुझाए नहीं बुझती है. चमेली के जिस्म की आग भी आज भड़क रही थी. इसे भड़काने में मौसम का भी रोल कम नहीं था. बाहर बारिश हो रही थी. अंदर कामुकता की आग जली हुई थी. पर अफसोस कि इस आग को बुझाने वाला वहां कोई नहीं था.
चमेली अपने जिस्म को खुद ही निहार रहीं थी. कोई सामने नहीं था इसलिए शर्म की दीवार भी नहीं थी. वह अपने सुर्ख लाल होठों को दातों तले दबाकर कामुकता की आग से राहत पाने की कोशिश कर रही थी. जब होठों से बात नहीं बनी तब चमेली के हाथ उसकी साड़ी के भीतर चले गए. कुछ ही पलों बाद उसकी काली पैंटी साड़ी से बाहर आ चुकी थी. उसका खुद का हाथ उसकी नरम मुलायम योनि को मसल रहा था.
तभी अचानक किसी ने दरवाजा खटखटाया. चमेली अपने कपड़ों को संवारने लगी. उसके जहन में चल रहा था कि इस वक्त कौन आया होगा?