ननंद बोली, “भाभी, चूत में कुछ घुसाने का बड़ा दिल करता है.”
एक दिन जब कुंवारी ननंद डिल्डो से अपनी चूत चोद रही थी तब भाभी उसे पकड़ लेती है. फिर उन दोनों में जो संभाषण होता है वह सुनकर बड़ा मजा आएगा:
भाभी : अभी से इसकी जरूरत पड़ने लगी तुमको? इतनी बड़ी हो गई हो तुम?
ननंद : पर मन होता है ना भाभी थोड़ा. ऐसा लगता है कि कुछ अंदर जाए.
भाभी : दिखाओ. कहां जाने का मन कर रहा है?
भाभी के ऐसा पूछने पर ननंद अपनी जाँघे खोलती है और पेंटी बाजू में हटाकर अपनी चूत दिखाती है.
भाभी : यहां आ रही है तुम्हें गर्मी. इस डिल्डो से तो कुछ नहीं होने वाला. तुम बोलो तो तुम्हारे लिए कुछ असली वाला मंगवा दूं? उसमें और अच्छा मजा आएगा.
ननंद : अभी तो मैं इसी से काम चला रही हूं.
भाभी : नहीं नहीं! उसमें तो तुम्हें और ज्यादा मजा आएगा. तुम कहो तो अपने बॉयफ्रेंड को बुलाऊं?
ननंद : नहीं नहीं! भैया को पता चल जाएगा.
भाभी : अरे भैया को क्या पता चल जाएगा? मैं तो खुद उससे चुदवाती हूं. तुम्हारे भैया का तो लंड भी छोटा है. इसलिए वह मेरे चूत को अच्छे से चोद भी नहीं पाते.
तो इस तरह से चुदक्कड़ भाभी अपनी चुदासी कुंवारी ननंद को असली लौड़ा चूत में डालने के लिए मना रही है.